ऑटोसैक्टर जिस मंदी के दौर से गुजर रहा है, उससे निकलने के लिए कई तरह के प्रयास जरुरी हैं, चाहे अपने क्षेत्र को ज्यादा से ज्यादा फैलाना हो या फिर कुछ नए फैसले लेकर उद्योग को बढ़ाना हो। इस क्रम में डेमलर कॉमर्शियल व्हीकल इंडिया ने एक बड़ी छलांग लगाई है।
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दरअसल कंपनी ने अपने उद्योग को तमिलनाडू में विस्तारित करने की योजना बनाई है। इसके लिए कंपनी ने राज्य सरकार से 2,227 करोड़ रुपये का करार किया है। इस करार से डेमलर इंडिया न केवल अपने कारोबार का विस्तार कर पाएगी बल्कि इससे 400 लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
डेमलर इंडिया उन चुनिंदा कंपनियों में है जो इस लॉकडाउन के दौरान भी लगातार बाकी कंपनियों के लिए एक उम्मीद के तौर पर उभरी है। हाल हीं में जब बाकी कंपनियां बीएस 4 वाहन के स्टॉक को लेकर समस्या का सामना कर रही थी, तो डेमलर इकलौती ऐसी कंपनी थी जिसने ऐलान किया कि उनका बीएस 4 स्टॉक पूरी तरह से क्लियर हो गया है।
आपको बता दें कि तमिलनाडू के साथ डेमलर इंडिया का यह दूसरा सबसे बड़ा करार है। कंपनी के प्रबंध निदेशक सत्यकाम आर्य ने कहा कि यह करार वाणिज्यिक वाहनों के बाजार के रूप में भारत की दीर्घकालिक क्षमता और पूरे देश के लिए हमारी निरंतर प्रतिबद्धता के प्रति हमारे अटूट विश्वास को दिखाता है।
जर्मनी की यह कंपनी लगातार अपने मेहनत औऱ लगन से आज इस मुकाम तक पहुंची है। इस कंपनी ने 2009 में भारत में अपने उद्योग की शुरुआत की थी, औऱ फिर बाद में 2012 में भारत में बनी वाणिज्यिक वाहन भारतबेंज को लांच किया था।
तब से लेकर आज तक डेमलर इंडिया लगातार ग्राहकों का भरोसा जीतने में कामयाब रहा है। केवल तमिलनाडू की बात करें तो कंपनी ने अब 5,500 करोड़ का निवेश पूरा कर लिया है।
इस करार के बाद कंपनी यहां 9 से 55 टन ट्रक के साथ-साथ भारतबेंज की बसें, मर्सीडीज कोच और बस के चेसिस बनाएगी।