बीते कई दिनों से ट्रक ड्राईवरों के हाईवे पर फंसे होने की खबर लगातार सामने आ रही है। ट्रक ड्राईवरों ने अपनी मदद के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लिया है, जिसमें वे अपनी मदद की गुहार लगाते नजर आ रहे हैं।
कुछ ड्राईवरों को खाने-पीने की समस्या है तो कुछ एक हीं जगह पर कई दिनों से फंसे हैं, लेकिन अब उनकी समस्या को देखते हुए सरकार और कुछ प्राइवेट फर्म आगे आई है।
परिवहन मंत्रालय की बात करें तो ड्राईवरों को उचित सुविधा मुहैया कराने के लिए वो दिन रात काम करने में लगे हैं, ताकि ट्रकों की आवाजाही जारी रहे।
इसके लिए मंत्रालय ने अपनी वेवसाइट पर उन ढाबों की सूची तैयार की है, जहां ट्रक ड्राईवर खाना खा सकते हैं। इसके अलावा वहां सर्विसिंग के लिए उपलब्ध स्थानीय दुकानों की सूचना भी दी गई है।
यह सुविधा पूरे देश भर में दी गई है। इसके लिए मंत्रालय ने एक फोन नंबर 1033 जारी की है, जिस पर ट्रक ड्राईवरों को हर वो जानकारी उपलब्ध होगी जो उनके सुगमतापूर्वक आवाजाही में मदद करेगा।
इसके अलावा लोकस नाम की एक संस्था ने ट्रेवल ऐप कंपनी के साथ मिलकर ड्राईवरों की मदद के लिए ड्राईवर सेवा मोबाइल ऐप की भी शुरुआत की है।
इस ऐप का उद्देशय लॉकडाउन में फंसे उन ड्राईवरों को खाना, पानी और सुरक्षित पार्किंग संबंधी सूचना मुहैया कराना है। कंपनी का दावा है कि वर्तमान परिस्थियों को देखते हुए यह ऐप इनके लिए बेहद कारगर साबित होगा।
इस ऐप में पेट्रोल पंप और ढाबों के बारे में जानकारी दी गई है, जो लगातार अपडेट होते रहती है। इसके मदद से ड्राईवर जहां फंसे हैं वही अपने आस-पास के क्षेत्रों में पेट्रोल पंप और ठहरने संबंधी व्यवस्था के बारे में जानकारी ले सकेंगे। अगर आप भी उन ट्रक ड्राईवरों की मदद करना चाहते हैं जो इसलिए सड़क पर हैं ताकि आप तक जरुरी सेवा पहुंचती रहे तो लिंक https://bit.ly/2RweeKH पर जाकर आप उनकी मदद कर सकते हैं। याद रखें आपकी एक छोटी से कोशिश उनके और उनके परिवारों के चेहरों पर मुस्कान ला सकती है।