वैश्विक महामारी के कारण देश की गिरती अर्थव्वस्था किसी से छिपी नहीं है। ऑटो सैक्टर भी इन दिनों इसी समस्या से जूझ रहा है, पिछले 3 महीने से लगभग यह उद्योग रुक सा गया है। इसलिए सरकारें अलग-अलग तरीके से इस उद्योग को वापस पटरी पर लाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
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इसी के मद्देनजर महाराष्ट्र ने ऑटो और टैक्सी चालकों को स्क्रैपेज पॉलिसी के मामले में एक बड़ी राहत दी है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में स्क्रैपेज पॉलिसी के तहत ऑटोरिक्शा की 16 और टैक्सी की 20 साल की समयसीमा तय की गई थी। इसमें से ज्यादातर ऑटोरिक्शा और टैक्सी की मियाद इस साल 31 मार्च में खत्म होने वाली थी।
इसका मतलब ये हुआ कि 31 मार्च 2020 के बाद ये वाहन सड़कों पर नहीं चल सकते थे, और इन्हें स्क्रैपेज पॉलिसी के तहत बदलना अनिवार्य था, लेकिन अब महाराष्ट्र के क्षेत्रिय परिवहन कार्यलय ने इसकी समयसीमा को एक साल के लिए आगे बढ़ा दिया है।
क्षेत्रिय परिवहन कार्यलय के इस फैसले से लगभग 5,400 ऑटोरिक्शा और टैक्सी ड्राईवरों को लाभ मिलेगा और उन्हें एक साल और का वक्त मिल जाएगा।
सरकार ने ये फैसला लॉकडाउन के मद्देनजर लिया है क्योंकि पिछले तीन महीने से इन लोगों का काम बिल्कुल बंद पड़ा था। ऐसे में अगर इनको स्क्रैपेज पॉलिसी का सामना करना पड़ता तो इनको काफी नुकसान उठाना पड़ता।