मानसून के पूर्वानुमान और फसल उत्पादन के बढ़ने का असर ऑटोमोबाईल क्षेत्र में भी साफ नजर आ रहा है। जहां एक ओर ऑटोमोबाईल क्षेत्र सेल में कमी आने से जूझ रहा है, वहीं ट्रैक्टर के सेल में लगातार उछाल आई है।
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इस क्रम में सोनालीका ट्रैक्टर ने भी मई महीने में अपने सेल में 18.6 प्रतिशत की उछाल दर्ज की है। कंपनी ने पिछले साल मई महीने में 7,737 ट्रैक्टरों की तुलना में इस साल 9,177 ट्रैक्टर की बिक्री की है। कंपनी ने न केवल घरेलू क्षेत्र में बल्कि निर्यात में भी 25 प्रतिशत का ईजाफा किया है।
कंपनी की बढ़ी हुई बिक्री पर बात करते हुए, सोनालीका समूह के कार्यकारी निदेशक, रमन मित्तल ने कहा कि धान प्रमुख खरीफ फसल है औऱ इसको देखते हुए अनुकूलित ट्रैक्टरों की मांग में वृद्धि देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टरों की मांग के साथ-साथ विशेष उपकरणों की मांग भी बढ़ने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद कंपनी ने 85 प्रतिशत काम शुरु कर दिया है, और जल्द हीं इसका लक्ष्य इसे 100 प्रतिशत तक प्राप्त करने का है। महज दो साल के भीतर कंपनी में सिकंदर सीरीज के ट्रैक्टर ने 75-80 प्रतिशत का योगदान दिया है, जो काबिलेतारीफ है।
फिलहाल सोनालीका 50 एचपी से अधिक वाले सेगमेंट में एक अग्रणी ब्रांड है, और अब इसका लक्ष्य 40 से अधिक एचपी वाले सेगमेंट में भी नेतृत्व हासिल करने का है।
इसके अलावा कंपनी ने टाइगर (यूरोप में बनाया गया), सिकंदर डीएलएक्स (10 डिलक्स सुविधाओं वाला), महाबली (तेलंगाना के लिए विशेष तालाब में चलने वाले) और छत्रपति (महाराष्ट्र) के लिए 4 नए नेक्स्ट-जेनरेशन सीरीज़ के ट्रैक्टर लांच किया है।
कंपनी आगे नई श्रृंखला वाले ट्रैक्टर भी पेश करेगी जो किसानों की स्थानीय आवश्यकताओं को पूरा करेगी। इन नए ट्रैक्टरों से सोनालीका की कुल बिक्री में 20-25 प्रतिशत की बढ़ोतरी और होने की उम्मीद है।